What is ASCII CODE in hindi :
ASCII CODE and EBCDIC Code : ASCII से तात्पर्य है, अमेरिकल स्टैंडर्ड कोड फार इन्फोर्मेशन इंटरचेंज इसमें 7 बिटों की सहायता से किसी भी कैरेक्टर का बाइनरी कोड प्राप्त किया गया हे। अतः 27 = 128 केरेक्टरों के कोड होते है। इस कोड द्वारा दो प्रकार के केरेक्टरों के कोड प्रदान किए जाते है, प्रिंटेबल केरेक्टर तथा नान – प्रिंटेबल केरेक्टर। प्रिंटेबल केरेक्टर छपने योग्य होते है जिनमे 0 से 9 तक के दषमलव अंक, छोटे व बडे अंग्रजी के अक्षर A-Z तक, गणितीय क्रियाओं हेतु जैसे +,-,*,/ विशेष प्रकार के संकेत जैसे $,@,#,& आदि कोष्ठक भी एक प्रिंटेबल केरेक्टर होता हे। इनकी संख्या लगभग 94 है। अतः कम से कम 7 बिटों की आवष्यकता होती है |
नान – प्रिंटेबल केरेक्टर वे होते है जिनसे स्क्रीन पर किसी प्रकार का डिस्प्ले नही प्राप्त होता है। इनकी सहायता से कम्प्यूटर को नियंत्रण संबंधि जानकारी प्रदान की जाती है। उदाहरण end of line , end of page, start of text carriage आदि। आस्कि कोड का उपयोग प्रिंटर, टरमिनल तथा की बोर्ड मे किया जाता है। जेसे जब हम किसी आस्कि- की बोर्ड में ‘A’ का बटन दबाते है तो कम्प्यूटर मे निम्न 7 बिटों की बाइनरी संख्या की बोर्ड से प्रवेष करती हैः- 10000001
Difference Between ASCII CODE and EBCDIC Code :
इनमें पाच केरेक्टर है, अतः इस श्रृखला को प्रदर्शित करने हेतु कम्प्यूटर में 5*7 = 35 बिंटो का उपयोग किया जाएगा।
चुकि कुल 128 केरेक्टर कोड होते है, अतः इनकी विभिन्न सेख्या पतियों मे सिमाए ध्यान रखना महत्वपूर्ण होगा। दशमलव में – > 0 से 27 तक , बाइनरी में – > 0000000 से 1111111तक, आम्क्टल में – > 000 से 177 तक हेक्साडेसिमल में – > 00 से 7f तक आजकल 8-बिट आस्कि या एक्सटेडड आस्कि प्रचलित है।
EBCDIC Code
- EBCDIC से तात्पर्य है एक्सटेंडेड बाइनरी कोडेड डेसिमल इंटरचेंज कोड यह भी एक केरेक्टर कोड है
- जिसमें प्रत्येंक केरेक्टर को 8- बिटो का बाइनरी संख्या से प्रदर्शित किया जाता है।
- अतः इसमें 255 ( 28 ) प्रकार के कोड होते हे।
- लेकिन ये आस्कि से एकदम भिन्न होते है। इनको BCD संख्याओं से बनाया बया है।
- यह पंच कार्ड के समान कार्य करता है।
- इसमें परिपथ एकदम सरल हो जाता है।
- इसका उपयोग IBM के बडे कम्प्यूटरों में किया जाता है।