Types of keyboard in hindi | कीबोर्ड और उसके प्रकार

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Types of keyboard in hindi

What is Keyboard / कीबोर्ड  क्या है  :

Types of keyboard : यह एक input device है, जो computer के साथ सबसे पहले उपयोग में लाई गई है | यह एक character user interface (CUI) device होती है जो user दवारा Type किए गए data को computer में character के रूप में input करती है | यह user द्वारा press की गई key के character को signal के रूप में change कर computer की primary memory में store रहती है | Keyboard के माध्यम से user स्वंय के समझने योग्य data को computer में input करवाता है |

Keyboard  इस दिए गये input को binary code में परिवर्तित करता है यह binary  code  पुरे विश्व में एक समान रूप से use किए जाते है इन्हें ASCII  code कहा जाता है | Keyboard  में 102-105 key हो सकती है जिनमे से प्रत्येक key का एक विशेष signal होता है | Keyboard  एक typewriter के समान device होती है जिसमे Keyboard  पर press की गई key को bit code  (0,1)  के रूप में change किया जाता है |

Types of keyboard / कीबोर्ड के प्रकार :

Alphanumeric key :

यह Keyboard  की अधिकतम उपयोगी key होती है जिन्हें Keyboard  केन्द्रीय भाग पर रखा जाता है | जिसमे English  वर्णमाला के अक्षर A-Z होते है | इसके साथ ही Numeric key 0-9 और अन्य character जैसे की #,@,*,>,<,/ आदि होते है | इनके साथ ही कुछ special  working  key इस भाग में रहती है | जैसे की Shift  enter  , CTRL , tab ,alt आदि Keyboard मध्य भाग में एक सबसे बड़ी key space  bar होती है जिसका उपयोग Black space देने के लिए किया जाता है |

Numeric  Keyboard –

  • KeyBoard  के सबसे right hand side वाले भाग में एक KeyBoard होता है
  • जिसमे 0 से लेकर 9 तक के digital के लिए key होती है |
  • इनके साथ ही mathematical data को  तेजी से input कर सकता है |

Function key –

  • KeyBoard  के सबसे उपरी भाग पर 12 Function key होती है |
  • जिन पर f1, f2, f3, f4, f5, f6, f7, f8, f9, f10 ,f11,f12 Print रहता है |
  • ये key अलग अलग Sotware के अनुसार अलग अलग Function  के लिए define रहती है |
  • इन key  का उपयोग shortcut  define करने के लिए किया जाता है |

Special  purpose key –

  • KeyBoard  को advance  एवं अधिक सुविधा प्रदान करने वाले Software के साथ कार्य करवाने के लिए कुछ special key बनाई जाती है
  • जो user को आवश्यक सुविधाएँ लागु करने के लिए उपयोग की जाती है |
  • जैसे की slip, power,brake,print,screen,volume एवं अन्य multimedia आवश्यकता एवं
  • तकनीक के अनुसार KeyBoard  के बहुत से प्रकार हो सकते है

keyboard types को computer से interface करने के आधार पर दो type में रखा जा सकता है |

Serial  Keyboard  –

  • यह KeyBoard  press  की गई किसी भी key के Bit  code  को एक क्रम के अनुसार cpu के लिए input में देता है |
  • इस प्रकार के KeyBoard  में जब भी किसी key को press किया जाता है तब उस key के bitcode को एक sequence  में रख दिया जाता है |
  • code को computer में भेजने के लिए एक ही wire  का उपयोग किया जाता है |
  • इस wire के माध्यम से एक के बाद एक क्रम से Bit code  को input में दिया जाता है |
  • इस प्रकार के KeyBoard  की speed कम होती है |

Parallel KeyBoard  –

  • KeyBoard  की प्रत्येक key के लिए एक 8 bit का code  निर्धारित रहता है |
  • इस 8 bit के code को एक साथ भेजने के लिए KeyBoard  को एक से अधिक wire की सहायता से bitcode को input में दिया जाता है |
  • इस प्रकार के KeyBoard  की speed तेज होती है |
  • जब इस प्रकार के KeyBoard  को cpu से connect  किया जाता है तब press की गई प्रत्येक key के bitcode को एक साथ KeyBoard  से input किया जाता है |

keyboard types को Technology के आधार पर दो type में रखा जा सकता है |

Membrane  Keyboard –

  • इस type के KeyBoard  में प्रत्येक key के लिए rubber pad बनाया जाता है |
  • rubber  pad पर key press होती है जैसे की rubber  pad पर key  press होती है pad  के निचे लगाया गया electronic circuit  का current  break होता है और press की जाने वाली key को identify कर लिया जाता है|
  • इस प्रकार के KeyBoard  में एक ही rubber pad पर सभी key लगाई जाती है
  • इसलिए यह KeyBoard  कम कीमत के होते है |

Mechenical Keyboard  –

  • इस type के Keyboard  में rubber pad के स्थान पर प्रत्येक key के निचे एक plastic की spring लगाई जाती है |
  • इस Keyboard  की key उपयोग करने में अधिक soft होती है |
  • जैसे ही इस KeyBoard  पर key को press  किया जाता है plastic spring के key  के निचे लगे हुए electronic circuit  का current  break होता है और press होने वाली key को indentify कर लिया जाता है |
  • इस Keyboard  में एक key की spring खराब होने पर केवल उस key को बदला जा सकता है |
  • इस Keyboard की कीमत अधिक होती है |

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