Introduction to MS Access and its features in Hindi | DCA / PGDCA 1st Sem
Introduction to MS Access : इस पोस्ट के माध्यम से MS Access के Introduction और उसके विभिन्न features को समझाया है यह Subject विशेषकर PGDCA , DCA में पढ़ाया जाता है इस पोस्ट में हमने ms access introduction in hindi, ms access features in hindi ,ms access notes in hindi, dca/pgdca notes, mcu notes के बारे में बताया गया है तो आइये पढ़ते है …
Introduction to MS Access :
- M.S. Access एक रिलेशनल डाटाबेस (RDBMS) पैकेज है जो सूचना कि एक बड़ी मात्रा को व्यवस्थित रूप से संग्रहित करता है एवं इसे उपयोगी बनाताहै। यह डाटा को श्रेणी के अनुसार अलग-अलग स्थानो पर स्टोर करके उनके बीच आपस में संबंध स्थापित करता है। इसमें डाटा को table के रूप में संग्रहित किया जा सकता है। तथा इन्हे किसी भी क्रम में अलग किया जा सकता है तथा प्रिंट किया जा सकता है। उदाहरण के लिए किसी लाइब्रेरी का रिकार्ड कम्प्युटरीकृत किया जाता है, तब एक टेबल में बुक तथा मेम्बर का नाम लिखते है तथा दूसरी टेबल में बुक कि अन्य जानकारीया जैसे लेखक, प्रकाशन ,मुल्य आदि को रखा जा सकता है इसमें डाटा के आधार पर विभिन्न उपयोगो हेतु रिपोर्ट, क्वैरी ,फार्म, मेक्रो आदि भी तैयार किये जा सकते है |
- M.S. Access एक ऐसा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जिसके माध्यम से किसी भी कम्पनी, संस्था आदि के बारे में हम ज्यादा से ज्यादा सुचनाओ को इकट्ठा कर सकते है तथा बाद में कोर्इ उस संस्था से संबंधित विशेष जानकारी प्राप्त कर सकता है।
- M.S. Access अन्य DBMS टुल कि तुलना में आसानी से उपयोग में लाया जा सकता है।
- इसकी सबसे मुख्य विशेषता इस का GUI (Graphical User Interface) है जो किसी भी User के लिए आसान है।
- DDL Compiler दिए गए निर्देशों के अनुसार Data Base की संरचना कम्प्यूटर की मेमोरी में बनाता है।
Features of M.S. Access :
M.S. Access कि सहायता से विभिन्न प्रकार के डाटाबेस को आसानी से कम्प्युटरीकृत किया जा सकता है जैसे लाइबे्ररी व्यवस्था, होटल व्यवस्था, संस्था व्यवस्था, लेन-देन का हिसाब, फोन डायरेक्टरी आदि।
इसकी कुछ मुख्य विशेषताए निम्न है।
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- इसमें उपयोगकर्ता टेबल, क्वैरी, फार्म तथा रिपोर्ट बना सकता है तथा उन्हे मेक्रो कि सहायता से जोड़ सकता है।
- किसी भी प्रकार के फार्म तथा रिपोर्ट को सरलता से बनाया जा सकता है।
- इसमें डाटा को अन्य प्रारूप जैसे Excel, Outlook, Fox pro, SQL Server, Oracle आदि में इम्पोर्ट तथा एक्स्पोर्ट किया जा सकता है। यह डाटा को उसकी वर्तमान स्थिति पर लिंक करने कि क्षमता भी रखता तथा उसे देखने, परिवर्तित करने तथा रिपोर्ट करने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
- यह set database प्रारूप (MDB या ACCDB) में होता है|
- इसका database प्रारूप किसी भी एप्लीकेशन व डाटा को एक ही फाइल में रखता है।
- इसमें ऑफिस असिस्टेंट की सुविधा होती है जो समय-समय पर User को सहायता प्रदान करता है और एक्सेस द्वारा किये जा रहे काम कि स्थिति को बताता है।
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