Data Normalization in Hindi – MS Access

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Data Normalization in hindi

Introduction :

Data Normalization : इस पोस्ट के माध्यम से MS Access में डाटा के Normalization को समझाया है यह Subject विशेषकर PGDCA , DCA में पढ़ाया जाता है mcu notes के बारे में बताया गया है तो आइये पढ़ते है …

Data Normalization :

जब किसी संस्था के लिए बहुत अधिक संख्या में डाटा को Store करना होता है, तब यह आवश्यक हो जाता है की Tables को बहुत कुशलता के साथ निर्मित किया जाये । यदि RDBMS के लिए बनायी जाने वाली Tables और उनके बीच बनाने वाले Relation सही प्रारूप में नहीं होंगे तो, RDBMS की विशेषताओं को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा। इस कारण से RDBMS को विकसित करने से पहले एकत्रित किये असंगठित Data को विशेष नियमों के आधार पर संगठित किया जाता है। यह विशेष नियम या प्रक्रिया Data Normalization कहलाती है।

Defination :

किसी भी संस्था के लिए RDBMS को विकसित करने से पहले एकत्रित किये गए असंगठित Data को relation के आधार पर अलग-अलग Tables में व्यवस्थित रूप से Store करने की प्रक्रिया Normalization कहलाती है। Normalization वह प्रक्रिया हे जिसके अंतर्गत किसी अधिक बड़ी संरचना वाली Table को एक से अधिक tables में तोड़ दिया जाता है। इस प्रक्रिया की सहायता से Data पर किये जाने वाले मुख्य कार्य जैसे की – Insert, Update, Delete के दौरान आने वाली विसंगतियों (Anamolies) को दूर करना होता है।

Normalization की प्रक्रिया को लागू करने के 2 महत्वपूर्ण कारण है।

  • अनावश्यक या बारम्बार आने वाले डाटा को हटाने के लिए Normalization का उपयोग किया जाता है।
  • Data की एक दूसरे पर निर्भरता को बनाने के लिए Normalization आवश्यक होता है, जिससे कार्य करने के दौरान कोई विसंगति ना आये।
    Normalization की सहायता से बनाये गए Data Base को ही RDBMS के अंर्तगत माना जाता है।

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