ऑप्टिकल डिस्क / what is optical disk drive :
what is optical disk drive : Secondary memory के रूप मे उपयोग मे लायी जा रही magnetic memory उपयोग में जटिल होती है इसे एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाना संभव नही होती है, इस कारण से Optical memory को विकसीत किया गया।
ऑप्टिकल डिस्क व उसके प्रकार/Optical Disk and Its Types :
Compact Disk
CD एक Optical disk है, जो digital data को store करने के लिए use कि जाती है, इसका विकास digital audio को store करने के लिए किया गया था। standard CD का व्यास 120 MM होता है, तथा लगभग 80 minuts के audio को रख सकता है। कई CD 80 mm वाले भी होते है। जो लगभग 20 minute की audio को रख सकते है, CD technic को बाद में data storage device के रूप में use के लिये अधिक अनुकुल बनाया गया जिसे CD ROM के रूप जाना जाता है, CD-ROM में CD-R (compact disk read) तथा CD-RW (compact disk re-writable) कहे जाते है, भी data storage device के रूप में प्रयोग में आते है।
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VCD
- CD को video CD को preview CD, compact Digital video कहा जाता है।
- यह compact disk पर video को store करने के लिए एक standard diogital format है,
- यह V-CD, V-CD player computers Advance DVD video players तथा कुछ video game consoles में चलाये जाने योग्य होते है।
- V-CD का standard 1993 में sony, philips तथा JVC द्वारा निर्मित किया गया था
- इसे white book standard के रूप मे दिया गया।
CD-R
- CD-R का पूरा नाम compact disk recordable है।
- यह philips तथा sony द्वारा दुबारा लिखने योग्य disk format है
- अर्थात इसमें information को पुनः writer किया जा सकता है।
- इस प्रकार की disk में पहले से लिखे गये data को erase कर दिया जाता है
- उन्हीं track पर पुनः data को store किया जा सकता है।
CD-RW
- CD-RW का पुरा नाम compact disk re-writable है
- इसे 1997 में प्रस्तुत किया गया था यह दुबारा लिखने योग्य Disk format है
- अर्थात इसमें information को पुन writer किया जा सकता है।
- इस प्रकार की Disk में पहले से लिखे गये data को erase कर दिया जाता है
- उन्ही track पर पुनः data को store किया जा सकता है।
Blue Ray Disk
इस प्रकार की single layer disk में 25 GB एवं Double layer disk में 50 GB तक रखा जा सकता है, इस नये format मं data को read तथा writer करने के लिए blue voilet laser का use किया जाता है, इस blue voilet laser के use किया जाता है, इस blue violet laser के use के कारण ही इसका नाम blue ray है, इस blue ray को use करने का लाभ यह है कि इसकी wave lenght 408mm है जो कि read laser से छोटी होती है जिससे laser spot पर और अधिक शुद्धता से focus करना संभव हो जाता है इसमें data को tightly pack किया जा सकता है, तथा कम space में storeकिया जा सकता है, अतः एक CD/DVD के Size के समान होने के बाद भी disk पर अधिक data को store करना संभव हो जाता है।
DVD ( digitally Versatile Disk )
Optical disk में store data की क्षमता कम होती है, इस क्षमता को बढाने के उददेष्य से DVD को विकसित किया गया, DVD में उपयोग मे लाया जाने वाला प्रदार्थ high density का होता है, जिसमें कम क्षेत्रफल मे अधिक data को store किया जाता है। DVD को बनाने के दौरान बनायी जाने वाली Disk पर एक अधिक परत चडाइ जाती है। जब DVD पर data को writer किया जाता है। पहले अंदर वाली परत पर data writer किया जाता है। इसके पश्चात बहार वाली परत पर data को writer किया जाता है। इस प्रकार DVD पर एक से अधिक layer की सहायता से CD की तुलना मे अधिक data को store किया जाता है। DVD को read या writer करने के लिये उपयोग मे लायी जाने वाली laser beam की आवृत्ती लगभग 600MM की होती है। DVD में store किये जाने वाले data का format भी CD की तुलना मे अधिक compress होता है, जिससे की अधिक क्षमता का data store किया जा सकता है। एक DVD में 2.5 GB से लेकर 6GB तक का data store किया जा सकता है।