categories of e commerce : e commerce का full form electronic commerce है जिसका अर्थ होता है इन्टरनेट के माध्यम से व्यापार करना e commerce निम्न categories में विभाजित किया गया है अर्थात e commerce के निम्न प्रकार है –
Types of E-Commerce / categories of e commerce
Business to Business (B2B) :
इस प्रकार की वेब साईट मे दो या अधिक व्यापारिक संस्थान एक दुसरे से लेनदेन करते है। इसमे ग्राहक का सहभागी नही रहता है।
उदाहरण के लिए किसी कंपनी को बडी मात्रा मे कच्चे माल कि आवश्यकता है, तब वह B2B साईट पर जाकर उस कच्चे माल की आपुर्तिकर्ता कंपनी की सुची प्राप्त कर सकता है, तथा इच्छित कंपनी से सम्पर्क कर माल का आर्डर दे सकता है।
इसमें वेब साईट बनाने वली कंपनी विभिन्न उत्पाद बनाने वाली कंपनीयों से सम्पर्क करती है। उन कंपनीयों के कुछ शुल्क लेकर उनका डाटा वेब साईट में डाला जाता है।
इसमें लेनदेन के लिए EDI (Electronic data interchange) तकनिक का प्रयोग किया जाता है।
Example: www.alibaba.com
Business to Consumer (B2C) :
इस प्रकार के माडल मे अकेला व्यक्ति किसी कंपनी को अपने उत्पाद या सेवा बेचता है।
इस प्रकार की बेवसाईट मे उस साईट में पंजिकृत व्यक्ति अपनी सेवाओं या उत्पाद के बारे मे विवरण देता है।
यदि किसी कंपनी को उस प्रकार के उत्पाद सा सेवाओं कि आवश्यकता होती है, तब वह कंपनी उस साईट मे से वांछित व्यक्ति से संपक्र कर, उसकी सेवाए एवं उत्पाद खरीदता है।
Example: www.wal-martindia.in
Consumer to Consumer (C2C) :
इस प्रकार की वेबसाईट मे लेने वाला एवं देने वाले दोनो व्यक्ति व्यापारिक संस्थान नही होते है।
इस प्रकार की साईट मे Website बनाने वाली कंपनी प्रत्येक सौदे मे कुछ कमीशन लेती है या साईट से जुडने वाले व्यक्ति से कुछ शुल्क लेती है।
Example : www.olx.com
Business to government (B2G):
इस प्रकार की वेबसाईट मे शासन से जुडी व्यापारिक गतिविधियों कि जाती है।
उदाहरण के लिए किसी सरकारी विभाग मे किसी काम की निवीदा बुलाना है, तब वह विभाग उसका विवरण उसका अपने वेब साईट पर देता है। विभिन्न व्यापारिक संस्थान उस निविदा को भरते है। इस प्रकार की साईट मे सिर्फ उसी सरकारी विभाग की व्यापारिक गतिविधियां की जाती है।
Example : www.etenders.gov.in
full form of e commerce : electronic commerce
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